अगर आप राशिफल पढ़कर ही अपने दिन की शुरुआत करते हैं तो फिर यह पोस्ट आपके लिए है।


बहुत से लोग समाचार पत्र या इन्टरनेट पर अपने राशिफल को पढ़कर ही अपने दिन की शुरूआत करते हैं। उनका विश्वास है कि इससे उस दिन के लिए जो सलाह या चेतावनी है उसके अनुरूप ही उन्हें उस दिन अपने कार्य करने से सफलता मिलेगी।

ज्योतिष में मेष से मीन तक बारह राशियां हैं। किसी जातक के जन्म समय पर चंद्रमा जिस राशि में स्थित हो उसे उस जातक की चंद्र राशि कहा जाता है। इससे कुछ विषयों का विचार किया जाता है जिसमें उसका मानसिक व्यक्तित्व प्रमुख है। जन्म चंद्र से गोचर चंद्र की स्थिति के अनुसार दैनिक या साप्ताहिक राशिफल बताने की परम्परा है। मूल प्रश्न यह है कि क्या मात्र चंद्रमा की स्थिति से ही किसी जातक के लिए कोई भविष्यवाणी की जाना संभव है?

कुछ ज्योतिर्विद जन्म चंद्रमा से गोचर कर रहे प्रमुख ग्रहों यथा सूर्य, शनि और बृहस्पति आदि की स्थिति को विचार में रखते हुए भी भविष्यवाणी करते हैं। सामान्यतः इससे स्थूल भविष्यवाणी की जाती है और यह भी लिखा हुआ मिलता है कि उक्त भविष्यवाणी को अपनी महादशा-दशा तथा जन्म पत्रिका से तारतम्य रखकर ही पढ़ें। इस से यह स्पष्ट है कि जन्म चंद्रमा से गोचर के ग्रहों की स्थिति के आधार पर की गई भविष्यवाणी पर एक हद तक ही विश्वास किया जा सकता है।

जन्म चंद्र की स्थिति बारह राशियों के लिए अलग-अलग होगी और इससे पूरी दुनिया की आबादी का वर्गीकरण मात्र बारह राशियों में करने से उस भविष्यवाणी की सटीकता कितनी होगी यह आप स्वयं अनुमान लगा सकते हैं। इसके अतिरिक्त बहुत से लोगों को अपनी जन्म राशि ही सही पता नहीं होती। भेड़चाल में वे अपने नाम के पहले अक्षर से राशि का अनुमान लगाकर राशिफल पढ़ने और उस पर विश्वास करने लग जाते हैं चाहे उनकी जन्म राशि कोई और ही हो। इस स्थिति में दैनिक राशिफल के आधार पर अपने दिन की योजना बनाना कतई तार्किक नहीं है।



Comments

Anonymous said…
Really Factfull

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